पापा और मैं खूब मस्ती करते हैं ,आज पापा ने मम्मी का दुपट्टा लेकर मुझे लपेट दिया नहीं नहीं पापा ने अच्छे से उसकी साड़ी पहना दी --देखो !सुन्दर लग रही हूँ न ! . ...और हाँ ,आज तो ईद भी है तो लाओ अब मेरी ईदी!!! . -क्या? . . आपका आशीर्वाद .....
बहुत स्स्नेह और आशीष ....
बस! आपका आशीष बना रहे ...
बहुत स्स्नेह और आशीष ....
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