मेरे बड़े --

Sunday, October 12, 2014

हाथी की शामत

आज हाथी को छोडूंगी नहीं ..... .दर्जी के कपड़े गंदे किए थे न ! .....दर्जी ने सुई चुभाई तो कुछ गलत नहीं किया बल्कि ठीक किया .....
.
.
.
राह चलते किसी से कुछ माँगना नहीं चाहिए ....और रोज रोज तो बिलकुल भी नहीं ........
कोई दे तब ले सकते हैं ,अगर अपनी पसंद की चीज हो .... :-(
नानी भी ले लेती थी जब छोटी थी और बालमंदिर से आते हुए अंकल देते थे -जो नानी के पापा के फ्रेंड थे -किशमिश और गटागट की गोली .....
.
.
.
:-D

No comments:

Post a Comment

बस! आपका आशीष बना रहे ...