मेरे बड़े --

Wednesday, April 15, 2015

पहला जन्मदिन


पूरा एक साल चींटी की चाल सा बीत गया ...
चीं-चीं, चूँ-चूँ सा उड़ गया ..फ़ुर्र करके ....

माँ कितने दिनों से तैयारी कर रही थी, रोज नानी और मुझे लेकर बाजार घुमाती और खोज-खोज कर चीजें खरीदती ...रोज कुछ न कुछ बाकि ही रह जाता आखिर १० तारीख के पूरे दिन केक बना कर जो रखने थे ...एक नहीम तीन-तीन ...
पहला १० अप्रैल की रात बारह बजे जैसे ही घड़ी ने १२ पर दोनों काटों को मिलाया .... सिम्पल सा केक पापा-माँ,बुआ,साबी चाचू कान्हा भैया और नानी के साथ .....
ये केक बुआ को उनके स्कूल ले जाना था .. क्योंकि एक दिन पहले ही मैं उन्हें उनके स्कूल छोड़ने गई थी तो सब्को पता चल गया था - मेरा बड्डे...  :-)


दूसरा केक मैंने शाम को बच्चा पार्टी में निपटाया .... नानी ने तैयार किया .... और खुद अपने-आप नीचे आई ...





ये केक  था खास बच्चा पार्टी के लिए ......खूब  मेहनत से बनाया मम्मा ने और सजाया भी सुन्दर ... ....थैन्क्यू माँ ...
मेरे खूब सारे दोस्त आए , सबने खूब मस्ती की...नाचे, खेले .... मैंने भी सबके साथ डांस किया ... फ़िर केक के साथ सबको खास टिक्की खिलाई .... और रसना ...यम्मी!!! यम्मी!!!


चूँकि इस दिन ऑफ़िस की छुट्टी नहीं थी तो पापा-मम्मा के सारे दोस्त रात आए ... इस बीच मैंने एक नींद निकाल कर आराम कर लिया .... नानी ने खाना खिला कर सुला दिया था .... और जब तक सब आते मैं फ़िर फ़्रेश !!और अब एक नया केक ......
इसमें नानी ने सजाने के लिए थोड़ी मदद कर दी थी मम्मा की .... :-)


तो आज के लिए इतना ही ...पार्टी के फोटो अगली पोस्ट में .....  




1 comment:

  1. खुश रहो मायरा !
    हमने भी खाया तुम्हारा केक :)

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बस! आपका आशीष बना रहे ...