मेरे बड़े --

Wednesday, July 22, 2015

तुम्हारी एक मुस्कान .......


"मायरा"

 तुम्हारी एक मुस्कान -

काफी है स्फूर्ति देने को 

दिन की शुरुआत करने को
चिड़ियों की चीं चीं सुनवाने को 
सूरज से पहले जगाने को
और
सांझ को वापस आने को 

है मुझ पर एक एहसान
         तुम्हारी एक मुस्कान .......


-नानी






1 comment:

बस! आपका आशीष बना रहे ...