मेरे बड़े --

Saturday, January 2, 2016

सुरक्षा अपनी अपने हाथ

बोटिंग करने के समय सब बड़ों को जेकेट दी गई ,मुझे नहीं ...मुझे आया 

गुस्सा....जब तक जेकेट अरेंज नहीं की मैंने बोट चलने नहीं दी ....

सही तो है मैं भी तो हिस्सा हूँ आप सबका ...

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बेहतर कल के लिए जरूरी है अपने लिए लड़ना ....


-मायरा
 — at Fateh Sagar Lake.




1 comment:

  1. अब तो जेकेट भी पहन ली, फिर डर काहे का मायरा?

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बस! आपका आशीष बना रहे ...