मेरे बड़े --

Wednesday, March 15, 2017

मायरा की हाजिर जबाबी

माँ मायरा से - मायरा खाना खाओ
मायरा अनसुनी करके भागती है ,माँ नानी से - अरे यार!कितना पचाती है ये!
नानी - मायरा खाना खाओ
मायरा-नहीं खाना
नानी-पिटाई खाओगी?
मायरा नानी से - पिटाई से पेट भर जायेगा ?
माँ और नानी दोनों की बोलती बंद।
...
अगले दिन घर-घर खेलते हुए, एक खिलौना प्लेट माँ की और बढ़ाकर मायरा माँ से- मम्मा ये लो आपके लिए भिन्डी सब्जी,रोटी
माँ -नहीं मुझे नहीं खाना,भूख नहीं ..
मायरा -रुको, मैं आपके लिए पिटाई बनाकर लाती हूँ ....

अब सब हँस-हँस कर पेट पकड़ रहे हैं,और मायरा पिटाई पका रही है ....

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बस! आपका आशीष बना रहे ...