जब ध्यानमग्न होंगे तो ऐसे होंगे"बुद्ध"...
हाँ ,ये तो हुई नानी की बात,पर पापा,मम्मी ने बगीचे में काम करवाया और ये मेरा छोटा सा पहाड़ बनवाया ,मालीभैया ने एक पेड़ भी लगा दिया है,और खास तो मेरा अमरूद का पेड़ अमरूद लटका के छाँव भी दे रहा है।
पापा ने कहा ध्यान में बैठो ,तो फ़ोटो खिंचवाने को मैं कैसे भी पोज़ दे सकती हूँ....
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बस! आपका आशीष बना रहे ...