मेरे बड़े --

Thursday, August 20, 2015

ओए! टिंगू ..यार बहुत याद आती है तू ...





तेरा हँसना,तेरा रोना
वो पेट पर बैठकर गाना गाना
क्या-क्या गिनाउँ
क्या-क्या बताउँ 
तेरी हर बात के साथ बहुत याद आती है तू

चूँ-चूँ और गाय की बोली में बतियाना
नन्ना से नानीईईई कहकर बुलाना
जिद्दी कि बालकनी में ही
खाना खिलाउँ 
तेरी हर बात के साथ बहुत याद आती है तू

मम्मा के जैसे ही तैयार होना
पापा के आते ही गोदी चढ़ जाना
ऊँगली छोड़ दौडे़ तू
जब मैं घुमाउँ
तेरी हर बात के साथ बहुत याद आती है तू

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बस! आपका आशीष बना रहे ...