आज मैं एक सीक्रेट बात बताने वाली हूँ ....चुप से पढ़िए और विश्वास न हो तो आजमा कर देखिए...
अगर मुझे सुबह ज्यादा देर तक सोना हो तो जब उठने का समय हो तब आँख खोल चुपके से नानी को देखती हूँ,फिर आँख बंद कर रोने का नाटक करती हूँ .....नहीं समझे?
अरे! बस भेंsssss भेंssssss करके आवाज निकालती हूँ ......
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नानी देखती है ,और फट !से गोद ले लेती है ,मस्त कम्बल और गोद दोनों की गर्माहट मिलती है ,बस समझो हो गया अपना काम ......
चुप हो जाती हूँ,और गोदी में नींद कब वापस आ जाती है ,पता भी नहीं चलता
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अब देखो न मैं मस्त सो रही हूँ 8 बजने वाले है....
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ब्लॉग का काम भी नानी को ........
सन्डे की ठंडी सुबह का मजा .......नानी और मैं ......माँ भी .......
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बस! आपका आशीष बना रहे ...